तुम्हें सुनना है अंतस की आवाज़ रखना है ख़ुद पर विश्वास।। तुम्हें सुनना है अंतस की आवाज़ रखना है ख़ुद पर विश्वास।।
कोई दुश्मन ठहर न पाएगा। कोई दुश्मन ठहर न पाएगा।
खुद को खत्म न करो तुम सिर्फ और सिर्फ आगे बढ़े तुम। खुद को खत्म न करो तुम सिर्फ और सिर्फ आगे बढ़े तुम।
इस कविता के माध्यम से कवि ने, पुष्प के रूप, में उन अनगिनत, बिना पहचान वाले, बिना समाज की नजरों में आ... इस कविता के माध्यम से कवि ने, पुष्प के रूप, में उन अनगिनत, बिना पहचान वाले, बिना...
मैं इस कविता के माध्यम से देश के युवाओं को अपने मन को नियंत्रण में रखने का सन्देश देना चाहता हूँ क्य... मैं इस कविता के माध्यम से देश के युवाओं को अपने मन को नियंत्रण में रखने का सन्दे...
श्रम के आगे सब झुकते हैं कर्म योद्धा कब रुकते हैं जो श्रम सीकर, हैं बहाते वहीं कर्मव श्रम के आगे सब झुकते हैं कर्म योद्धा कब रुकते हैं जो श्रम सीकर, हैं बहाते ...